रानीपोखरी/डोईवाला: ग्राम पंचायत रैनापुर के घमंडपुर गांव की महिलाएं दुग्ध व्यवसाय से आत्मनिर्भर बन रही है। वहीं सरकार की मदद से अपनी आर्थिकी भी मजबूत कर रही है।
प्रयास स्वयं सहायता समूह घमण्डपुर की यह महिलाएं दुग्ध उत्पादन से जुड़कर प्रतिमाह 15- 20 हजार की आय भी अर्जित कर रही है। जिससे कि वह अपने परिवार के संचालक को बखूबी संचालित कर पा रही है। तो वहीं अन्य महिलाओं के लिए भी वह मिसाल कायम करती दिखती है।
पिछले पांच वर्षो से यह समूह की महिलाएं दुग्ध उत्पादन का कार्य कर रही है और प्रतिदिन लगभग 180 लीटर दूध उत्पादन कर आंचल डेरी देहरादून के माध्यम से अपनी आय को बढ़ा रही है। लगभग दस महिलाएं इस कार्य को इस समूह से जुड़कर कर रही है। समूह की अध्यक्ष मीना देवी ने बताया कि इस कार्य से जहां महिलाओं को रोजगार मिला है तो वहीं घर में रहकर ही वह आत्मनिर्भर बनकर स्वरोजगार से जुड़ी है।
उन्होंने बताया कि गाय के गोबर से वह वर्मी कंपोस्ट भी तैयार करती है। जिसमें समीक्षा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी जुड़कर इस कार्य को कर रही है। पुष्पा देवी, सुमन भंडारी, किरण भंडारी, रोशनी उनियाल, सुषमा, गुड्डी, बिंदु, शकुंतला ने बताया कि दुग्ध व्यवसाय एक अच्छा व्यवसाय है। जिससे घर में रहकर ही महिलाएं आय अर्जित कर सकती है। तो वहीं समीक्षा समूह की महिलाएं जिसमें अध्यक्ष पिंकी देवी, अंजू, निर्मला, सावित्री, संगीता, विमला, शीला, प्रियंका, रमा, लीला, रजनी आदि ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट से हम जैविक खेती की ओर अग्रसर हैं और यह कार्य घर में रहकर ही महिलाएं कर सकती है। जिसकी बाजार में भारी डिमांड भी है।