डोईवाला के जोलीग्रांट सेक्टर में नजदीकी आंगनवाड़ी केन्द्र घमंडपुर में पोषण पखवाड़ा मनाया गया, पोषण अभियान को एक मेले के रूप में मनाया गया पोषण अभियान के सभी पात्र लाभार्थी ने बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कु मानसी खत्री,( क्षेत्र पंचायत) सदस्य रेणापुर ग्रांट, सम्मिलित रही । कार्यक्रम में क्षेत्रीय सुपरवाइजर अनीता पटवाल एवं दोस्त लर्निंग फाउंडेशन से जिला कोऑर्डिनेटर रेखा भंडारी ने भाग लिया, एवं 0 से 6 वर्ष के बच्चों के मानसिक विकास को लेकर महिलाओं, किशोरियों और अभिभावकों को जागरूक किया।
अनीता पटवाल द्वारा सुपोषित ,साक्षर, सशक्त भारत अभियान ,के अंतर महिलाओं एवं किशोरियों को सरकार की और से आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती सुनीता राणा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किया गया, कार्यक्रम में उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों की स्टाल लगाई गई ,जिसमें मांडवे की रोटी ,झंगोरी की खीर, दाल के पकोड़े , फनू,और पत्युड , दाल के पकोड़े ,भरी पूरी, गुलगुले ,कपाली , पर्ल , लगाए गए। सीमा देवी ने डेंगू की जानकारी, डेंगू से रोकथाम के विषय में विस्तार से जानकारी दी, साथ ही सभी लोगों से स्वच्छता बनाए रखने की भी अपील की, कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुशीला खत्री द्वारा गोद भराई की रस्म भी कराई गई जिसमें मंगल गीत गाए गए, साथ ही गर्भवती महिला को गर्भावस्था में किस प्रकार का खानपान की आवश्यकता होती है उसकी भी जानकारी दी गई।
सुपरवाइजर द्वारा पोषण माह में जो भी गतिविधियां कराई गई उसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, उन्होंने बताया कि इसका लाभ आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया जाता है, साथ ही बाल विकास के अनेकों कार्यों के अलावा मतदाता जागरूक कार्यक्रम भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के द्वारा किया जा रहा है , कार्यक्रम का संचालन कर रही लक्ष्मी कोठियाल ने कहा कि 1 सितंबर से 30 सितंबर तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण पखवाड़ा मनाया जाता है । शक्ति नोटियाल ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के बारे में बताया, रीमा देवी ने हजार सुनहरे दिन के बारे में सभी महिलाओं को जानकारी दी , सरोज सोलंकी ने पी एम जी, योजना के बारे में जानकारी दी । दीपा ने चिकनगुनिया के बारे में समझाया सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सुपरवाइजर अनीता पटवाल से कहा कि ऐसे कार्यक्रम गांव में होते रहने चाहिए,जिससे जन-जन तक हर जानकारी का लाभ गांव के लोगों को मिल सके। कार्यक्रम में सेक्टर की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने भाग लिया।