उत्तराखंड(देहरादून- डोईवाला)- डोईवाला निवासी गौरी गर्ग ने एमबीए तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद स्वरोजगार को अपने जीवन का हिस्सा बनाया। जिससे कि वह लगातार सफलता की ओर बढ़ रही है।
गौरी का मानना है की नौकरी मांगने की बजाय नौकरी देने वाला बनना चाहिए। पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रही गोरी उनकी खासी प्रशंसक भी है।
डोईवाला के देहरादून रोड पर स्थित गौरी गर्ग बेकर्स के क्षेत्र में लगभग 24 से अधिक सामग्री स्वयं अपने परिवार के सहयोग से बनाकर विक्रय कर रही है। उनके बनाए गए सामान खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही देखने में भी बेहद आकर्षक है।
वह लगातार इस क्षेत्र में आगे बढ़कर अन्य बालिकाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है। वर्तमान में वह विभिन्न प्रकार के केक, पेस्ट्री, बिस्कुट, चाकलेट आदि तैयार कर रही है। जिसमें की उनके परिवार के सदस्य विनीता गर्ग, कार्तिक गर्ग भी उनका सहयोग करते है। तो वहीं इस तरह के कार्य को सीखने के लिए अन्य बालिकाओं को भी वह प्रेरित कर उन्हें भी इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है। गौरी बताती है कि कोविड़ काल के समय घर में रहकर उन्होंने इस कार्य को सीखा और इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की ठानी। वह पिछले तीन वर्षो से इस कार्य को कर रही है।
गोरी गर्ग बेकर्स के क्षेत्र में लगभग 24 से अधिक सामग्री स्वयं अपने परिवार के सहयोग से बनाकर विक्रय कर रही है। उनके बनाए गए सामान खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही देखने में भी बेहद आकर्षक है। वह लगातार इस क्षेत्र में आगे बढ़कर अन्य बालिकाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है।
वर्तमान में वह विभिन्न प्रकार के केक, पेस्ट्री, बिस्कुट, चाकलेट आदि तैयार कर रही है। जिसमें की उनके परिवार के सदस्य विनीता गर्ग, कार्तिक गर्ग भी उनका सहयोग करते है। तो वहीं इस तरह के कार्य को सीखने के लिए अन्य बालिकाओं को भी वह प्रेरित कर उन्हें भी इसके लिए प्रोत्साहित कर रही है। गौरी बताती है कि कोविड़ काल के समय घर में रहकर उन्होंने इस कार्य को सीखा और इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की ठानी। वह पिछले तीन वर्षो से इस कार्य को कर रही है।