दूसरी किस्त के रूप में 4.21 करोड़ का किया भुगतान
उत्तराखंड(डोईवाला)- डोईवाला मिल की ओर से गन्ना किसानों के प्रति अपनी कर्तव्य निष्ठा दिखाते हुए अपने स्तर से ही किसानों को गन्ने का भुगतान किया जा रहा है । मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह के शुगर मिल का कार्यभार संभालने के पश्चात से ही लगातार मिल नहीं ऊंचाइयों को छू रही है। वहीं किसानों के भुगतान को भी मिल अपने स्तर से ही लगातार भुगतान करती जा रही है। जबकि पूर्व में अधिकारी सरकार की ओर टकटकी लगाए देखते थे। परंतु उत्तराखंड की पुष्कर धामी सरकार व गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा की दूरदर्शी सोच के चलते नवनियुक्त अधिशासी निदेशक लगातार मिल को उभारने में की जान लगाए हुए हैं। वह 18- 18 घंटे मिल में अपनी सेवाएं दे रहे। अधिशासी निदेशक कर्मचारी हितों के साथ ही सरकार की छवि भी किसानों व स्थानीय लोगों में बेहतर बनाने में सफल होते दिखाई दे रहे है। वहीं सरकार पर भी बोझ ना पड़े और किसानों को समय से भुगतान हो इसको लेकर विशेष जोर दिया जा रहा है ।वहीं मिल में उत्पादन क्षमता बढ़ाते हुए मिल को भी सुधारीकरण की ओर अधिशासी निदेशक लाने में सफल होते दिख रहे है। वही मिल ने दिसम्बर माह में ही किसानों को दूसरी क़िस्त के रूप में 4 करोड़ 21 लाख 34 हजार रुपए का भुगतान कर दिया है। जो कि पहली बार हो रहा है। यह भुगतान 29 नवंबर से 3 दिसम्बर तक का किया गया है। किसानों को तुरंत भुगतान पर किसानों ने मिल प्रबंधन का आभार भी जताया है। यहां बता दें कि इससे पूर्व लगभग जनवरी माह के अंत से ही किसानों का भुगतान प्रारंभ हो पाता था। इस बार दिसंबर माह में ही किसानों का भुगतान अपने स्तर से दूसरी क़िस्त के रूप में जारी कर दिया है। शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि शुगर मिल की ओर से सहकारी गन्ना समिति डोईवाला को एक करोड़ 59 लाख 58 हजार रुपये, देहरादून समिति को 93 लाख 81 हजार रुपये, ज्वालापुर समिति को 52 लाख 23 हजार रुपये, रुड़की समिति को 88 लाख 4 हजार रुपये, लक्सर समिति को 10 लाख 99 हजार रुपये ,पावटा वेली शुगर केन ग्रोवरस समिति को 14 लाख 88 हजार रुपये,दि शाकुम्भरा शुगर केन ग्रोवरस सहकारी समिति पावटा को 1 लाख 81 हजार का गन्ना भुगतान जारी कर दिया है। नव वर्ष पर भुगतान पर किसानों ने मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह का त्वरित भुगतान को लेकर आभार जताया है। मिल की ओर से अब तक कुल 7 करोड़ 90 लाख 50 हजार रुपये का भुगतान कर दिया गया है।