डोईवाला के दशहरे मेले में 55 फुट का रावण व 45 फुट के मेघनाथ का होगा दहन
देहरादून/ डोईवाला: जिनके लिए धार्मिक वर्जनाएं कोई मायने नहीं रखती उनके लिए भगवान अल्लाह एक ही है। ऐसे लोगों के लिए सामाजिक सौहार्द ही सबसे बड़ी पूंजी होती है। डोईवाला में मुजफ्फरनगर के पुरकाजी निवासी मोहम्मद अली उर्फ गुड्डू को दशहरे पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले बनाने का खासा उत्साह रहता है। यही वजह है कि वह केवल पुतले बनाने के लिए अपने साथियों सहित कुछ समय के लिए डोईवाला पहुंचते है और दशहरे में पुतले दहन के बाद वापस घर लौट जाते है। नवरात्र शुरू होने से पूर्व वह और उनके परिवार पुतले तैयार करने के काम में जुटा है। वही उनका साथ उनके हिन्दू,सिख भाई भी दे रहे है। मोहम्मद अली उर्फ गुड्डू पिछले 23 वर्षो से डोईवाला में आकर पुतले बनाने का काम कर रहे है। गुड्डू ने बताया कि इस बार वह 55 फिट का रावण और 45 फीट के मेघनाद का पुतला बना रहे है। साथ ही लंका भी बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि तीन पीढ़ियों से उनका परिवार दशहरे पर्व के लिए रावण, मेघनाद के अलावा सोने की लंका को तैयार करने का काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि देहरादून के अलावा उनका परिवार पंजाब, राजस्थान, रुड़की, श्रीनगर, लुधियाना में भी यह पुतले तैयार करने का काम करते है। उन्होंने बताया कि यह काम करने से उनको मानसिक शांति मिलती है। साथ ही कमाई के साथ-साथ उनका उद्देश्य देश में हिंदू मुस्लिम एकता को बढ़ावा देना है। लगभग एक महीने में वह रावण, मेघनाद व सोने की लंका बनाने के साथ ही अन्य आयोजनों के लिए भी इस तरह के पुतले तैयार कर लेते है। उन्होंने बताया कि पुतले बनाने में कई दिनों की मेहनत लगती है। जो कि कुछ पलों में ही धू- धू कर जल जाते है। लेकिन उनको बुराई पर अच्छाई की जीत पर खुशी महसूस होती है । गुड्डू के साथ ही रवि कुमार, जोनी, प्रदीप, राजू उनके इस काम में सहयोग कर रहे है।